बापू और मेरी भावना



🌸🌸 बापूऔर मेरी भावना🌸🌸

बापू का जोर था भारत में।
शोर अहिंसा भारत में।

प्रश्न मुझे एक खलता है।
दिल दावानल सा जलता है।

तू ने बापू कब न्याय किया।
शहीदों संग अन्याय किया।

भगत सिंह जैसे बेटों की,
फांसी भी टल सकती थी।
तू ने जो साथ दिया होता,
धरोहरें बच सकती थीं।

तू ने अनशन बहुत किया।
नेताजी संग अनबन बहुत किया।

माना तेरे मंत्रों ने, लोगों को नेतृत्व दिया।
तू ने वीर सपूतों संग ए कैसा कर्तृत्व किया।

यदि केवल अहिंसा से आजादी पाई होती।
तो भारत बंटवारे की, बरबादी न आई होती।

बापू अब मैं क्या बोलूं।
रिसते जख्मों को क्या खोलूं।

एक बार यदि एक बार भी,
जिन्ना की नजरें पढ़ लेते।
नए हिंद की आभा में,
कुछ नए कथानक गढ़ देते।

धर्म निरपेक्षता के भ्रम में,
मानव मानव में भेद किया।
आवरण सत्य अहिंसा का,
देश का विच्छेद किया।

राष्ट्र पिता तो बन बैठे,
क्या राष्ट्र भक्त कहलाओगे।
जब भी त्रासदी विभाजन की,
घर घर गोडसे पाओगे।

समय बहुत ही बदल चुका,        सुभाष पटेल बनना होगा।
कोई  ईंट उठाए तो,
पत्थर से लड़ना होगा।

हैरां शौर्यशाली जन को ही,
खूब शोभती है माफ़ी।
जो दुर्बल,कमजोर घटक हो,
उसकी क्या माफ़ी,इंसाफी।।

नरसिंह हैरान जौनपुरी मुंबई


#प्रतियोगिता हेतु
#लेखनी
#गाँधी जयंत

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3 Comments

Seema Priyadarshini sahay

05-Oct-2021 11:49 AM

Very nice

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Gunjan Kamal

04-Oct-2021 09:00 AM

शानदार प्रस्तुति 👌

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Zakirhusain Abbas Chougule

04-Oct-2021 12:40 AM

Nice

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